story (कहानी ) हिन्दी सामाजिक कहानी: डायरी में कैद सपने Hindi samaajik kahani:Diary Men Kaid Sapne May 21, 2020August 15, 2020 by Dr. Warsha 19 Comments माँ जी, “बहू…ओ बहू! जल्दी चाय लाओ। कितनी देर हो गई।" श्रुति को शादी करके आए हुए अभी दो दिन ही हुए थे कि, घर के काम-काज में लग गई थी। करन, “क्या हुआ श्रुति आज तुम्हारा चेहरा क्यों उतरा है?” श्रुति सहमी हुई “नहीं-नहीं, वो आज समीर… Read more