अंश जतिन से कहता हुआ आता है,पापा…पापा! आज मुझे आपके हाथों से खाना खाना है। जतिन कहता है बेटा, देख नहीं रहे मैं फोन पर बिजनेस के सिलसिले में बात कर रहा हूँ किसी से। जाओ मम्मा खिला देंगी।अंश बबली…
हिन्दी सामाजिक कहानी: रिश्तों की डोर ( Hindi Saamajik Kahani: Rishton ki Door)
