संत रविदास (रैदास) उन महापुरुषों में से हैं जिन्होंने समाज में फैली कुरीतियों को समाप्त करने का काम किया। इन्हें जगतगुरु और सतगुरु उपाधियों से भी संबोधित किया जाता है।रैदास का जन्म काशी में संवत 1433 को हुआ था। यह…
‘बाणभट्ट की आत्मकथा’ उपन्यास का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य:Banbhatt Ki Aatmkatha ka Etihasik Pariprekshy
हजारी प्रसाद द्विवेदी एक ऐतिहासिक उपन्यासकार के रूप में ही जाने जाते हैं। 'बाणभट्ट की आत्मकथा' उपन्यास हजारी प्रसाद द्विवेदी द्वारा लिखित पहला ऐतिहासिक उपन्यास है। इस उपन्यास का प्रकाशन 1946 में हुआ था। यह उपन्यास हर्षकालीन सभ्यता एवं संस्कृति…