बद्रीनाथ का मकान इतना बड़ा था कि शायद उस शहर में किसी का नहीं। देखने में किसी महल से कम नहीं लगता। जितना बड़ा घर था उतना ही बड़ा घर के सामने बगीचा। फल-फूल से बगीचा भरा रहता था ।जिसका…
हिन्दी सामाजिक कहानी: यूँ बेवजह ही नहीं जुड़ते रिश्ते Hindi kahani:yun Bewajah Hi Nahin Judate Rishte)
